देहरादून. उत्तराखंड की शैलजा पांडे ने सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया 61वीं रैंक हासिल की है। शैलजा पांडे अब आईएएस अफसर बनकर समाज की सेवा करेंगी। उनकी इस उपलब्धि से प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई है। संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम में नैनीताल की शैलजा पांडे 61वीं रैंक हासिल कर सूबे के मान बढ़ाया है। शैलजा पांडे ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता दीप चंद्र पांडे और बीडी पांडेय अस्पताल नैनीताल में डॉक्टर शोभा पांडेय की बेटी हैं। बेटी की शानदार उपलब्धि से माता-पिता गर्वित हैं। घर पर बधाई देने वालों की भीड़ लगी है। इससे पहले भी टॉप किया था शैलजा ने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में जिला टॉप किया था। वर्तमान में वह अहमदाबाद में इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस (आईएएएस) की ट्रेनिंग ले रही हैं। शैलजा ने एनआईटी हमीरपुर से इलेक्ट्रिक एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग किया है। जिसके बाद उनका सेलेक्शन इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट सर्विस में हो गया। शैलजा की शुरुआती पढ़ाई सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल नैनीताल से हुई शैलजा की शुरुआती पढ़ाई सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल नैनीताल से हुई। हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में वो टॉपर रहीं। शैलजा का परिवार वर्तमान में लोअर डांडा कंपाउंड जू रोड नैनीताल में रहता है। उनके पिता दीप चंद्र पांडे ने बताया कि शैलजा हमेशा से आईएएस अफसर बनकर समाज की सेवा करना चाहती थीं। इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने खूब मेहनत की और आखिरकार अपने लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब रहीं। दीप चंद्र पांडेय के बेटे यथार्थ पांडे ने भी इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रानिक्स से इंजीनियरिंग की है। बता दें कि शुक्रवार को संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा-2020 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया। जिसमें उत्तराखंड के युवाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।