हाथरस कांड पर योगी का बड़ा एक्शन देखने को मिला है। एसडीएम, सीओ, इंस्पेक्टर समेत कुल छह अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। सरकार ने यह कार्रवाई एसआईटी की 900 पेज की रिपोर्ट के बाद की है। हाथरस कांड के सात दिनों के बाद यह पहली कार्रवाई सरकार की ओर से देखने को मिली है।
सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के तहत एसडीएम रविंद्र कुमार, सीओ आनंद कुमार, इंस्पेक्टर, तहसीलदार सुशील कुमार, क्षेत्रिय चौकी इंचार्ज कचौरा मनवीर सिंह और पारा चौकी इंचार्ज बृजेश पांडे को सस्पेंड किया गया है। दूसरी ओर हाथरस हादसे का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। हादसे को लेकर चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने बताया कि इस हादसे की जांच रिटायर्ड जस्टिस की निगरानी में पांच सदस्यीय टीम से कराने की मांग की गयी है।
बतातें चले कि 2 जुलाई को हाथरस के सिकंदरारत्र के फुलरई मुगलगढ़ी गांव में सत्संग संध्या के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह हादसा तब हुआ जब बाबा भोलेनाथ सत्संग खत्म कर जाने लगे। बाबा की पैर की धूल को लेने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी और भगदड़ मच गयी। इस हादसे में मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की रही। वहीं हादसे के बाद से बाबा भोलेनाथ फरार चल रहे है। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों द्वारा पुलिस की पांच सदस्यीय टीम भी गठित की गई है।