हाथरस: हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि ब्रज भूमि को एक बार क्रांतिमय बनाना होगा. बिना क्रांति के कृष्ण भूमि हमें नहीं मिलेगी. भगवान राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया है. अब कृष्ण भगवान को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए. जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने हाथरस के कस्बा लाड़पुर में चल रही 1384 वीं श्री राम कथा के दौरान यह बातें कहीं.
अपनी कथा के दौरान स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि आज मैं वास्तव में बहुत प्रसन्न हूं. मैं समय राम कथा कहने आया हूं, जब हमने श्री अयोध्या में विश्व का सबसे सुंदर राम मंदिर बना लिया है. रामलला आ गए हैं. राम मंदिर हमने बना लिया है. अब हम काशी और मथुरा प्रारंभ कर रहे हैं. काशी में भगवान विश्वनाथ और ज्ञानवापी चाहिए. उन्होंने कहा ब्रजभूमि को एक बार क्रांतिमय बनाना होगा. बिना क्रांति के कृष्ण भूमि हमें नहीं मिलेगी.
उन्होंने कहा कि हमने अयोध्या में राम मंदिर बना लिया ., भगवान राम ने अपने अपमान का बदला ले लिया है. अब कृष्ण भगवान को भी अपने अपमान का बदला लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब मुरली से काम नहीं चलेगा. अब तो सुदर्शन चक्र उठाना पड़ेगा. बृहस्पतिवार की देर शाम को रामभद्राचार्य ने रामचरितमानस की कथा प्रारंभ की.
हाथरस में जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि तुलसीदास ने शिव के आठ चरित्र का वर्णन 56 दोहों में किया है. उन्होंने सीता जी की आठ सखियों की चर्चा की और बताया कि राधा जी की भी आठ सखियां हैं. इससे पहले लाड़पुर के केशव देव भगवान के मंदिर से 1100 कलशों की यात्रा भी बैंड बाजा के साथ निकाली गई.