बरेली की भुता की फराह अंसारी ने राम के साथ थाने के सामने श्री अयोध्या धाम में शनिवार को सात फेरे लिए। शादी के बाद फराह ने जानकी नाम रख लिया। स्कूल में दोनों को प्रेम हुआ था। जानकी ने मायके वालों से जान का खतरा जताते हुए थाने में शिकायत कर सुरक्षा की गुहार लगाई
स्कूल में हुआ प्रेम, पांच साल किया इंतजार
राम ने बताया फराह से पहली मुलाकात निजी स्कूल में हुई। दोस्ती के बाद दोनों में प्रेम हो गया। क्योंकि स्कूल सिर्फ आठवीं तक था। इसके बाद दोनों ने अलग अलग स्कूल में एडमिशन लिया। फराह की पढ़ाई घरवालों ने हाईस्कूल के बाद बंद करा दी, जबकि राम ने एमए किया।
राम के खातिर पूरनपुर से आए रिश्ते को ठुकराया
प्रेम प्रसंग की भनक लगते ही घरवालों ने फराह की शादी करने की सोची। पूरनपुर से आए रिश्ते में शादी के लिए हां कर दी, जबकि फराह इस रिश्ते का विरोध कर रही थी। उसे लड़का पसंद नहीं था। तीन दिन पहले मां, मामा ने फराह को कमरे में बंद कर पीटा और गला दबाया। जानकारी पर राम पहुंचा और मारपीट का विरोध किया।
जान का खतरा जताते हुए दी तहरीर
परिवार वालों से तंग आकर फराह शनिवार सुबह 11 बजे अपने राम के पास पहुंची और शादी की इच्छा जताई। दोनों ने थाने के सामने मंदिर में शादी रचा ली। इस दौरान थाने की पुलिस मौजूद रही। इसके बाद फराह ने परिवार वालों से जान का खतरा जताते हुए थाने में तहरीर देकर सुरक्षा की मांग की।