उत्तरकाशी के सिल्क्यारा टनल में फसे मजदूरों के लिए मंगलवार का दिन मंगल रहा। बचाव कर्मियों ने 17 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि डॉक्टरों की सलाह के बाद मजदूरों को टनल से निकालने के बाद अंदर ही रखा गया था। क्योंकि टनल के अंदर का तापमान 35 से 40 डिग्री थी वहीं बाहर का तापमान बेहद शर्द था। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें कुछ समय के लिए रखा जाएगा। इस दौरान पीएम मोदी ने रस्क्यू किए गए सभी श्रमिकों से बातचीत की और मजदूरों का हाल जाना।
पीएम मोदी ने श्रमिकों से की बात, सीएम धामी को दी बधाई
रेस्क्यू किए गए सभी श्रमिकों को से फोन पर बात कर उनका हालचाल जाना। इससे पहले ही पीएम ने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात कर उन्हें शुभकामनाएं दीं। धामी नें बताया कि मजदूरों को पहले अस्पताल ले जाया जाएगा। इसके बाद उन्हें घर वापस भेजा जाएगा। सीएम मजदूरों को निकालने के लिए किए गए प्रयास के बारे में विस्तार से बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा जल्द बनेगा भगवान बौखनाग का भव्य मंदिर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाबा बौखनाग और देवभूमि के देवी-देवताओं की कृपा से ऑपरेशन सफल हुआ है। बौखनाग देवता का सिल्क्यारा में भव्य मंदिर बनाया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
मजदूरों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों सभी श्रमिकों को सरकार एक एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा अस्पताल में इलाज और घर जाने तक की पूरी व्यवस्था की जाएगी।
सात विकल्पों किया जा रहा था काम
सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सात विकल्पों पर कार्य किया जा रहा था। जिसमें सबसे अधिक फोकस टनल के अंदर से मलबा को हटाकर रेस्क्यू किए जाने पर किया गया और कामयाब रहे।