डॉ. हिमानी वैष्णव ने नंदप्रयाग को बना दिया देश का सबसे सुंदर शहर

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पीएम मोदी ने भी डॉ. हिमानी की जमकर तारीफ


राजनीति से समाजसेवा करने की अनूठी मिसाल पेश की


D MAZGAGINEINDIA :इस नवरात्रि आपके लिए लेकर आ रहे हैं उत्तराखंड की ऐसी 9 महिलाओं की कहानी जिन्होंने अपने अथक परिश्रम और सेवा भावना से समाज के सामने मिसाल खड़ी कर दी।


पहले नवरात्र पर डॉक्टर हिमानी वैष्णव के संघर्ष और सफलता की कहानी।
डॉक्टर हिमानी वैष्णव उत्तराखंड के चमोली ज़िले में स्थित नंदप्रयाग नगर पंचायत की चेयरपर्सन हैं। मेडिकल की पढ़ाई से राजनीति और फिर एक शहर को देश के स्वच्छ शहर में शुमार करवाने की कहानी बेहद दिलचस्प है। हिमानी वैष्णव का जन्म बद्रीनाथ के करीब जोशीमठ में हुआ, अपनी प्रारंभिक शिक्षा जोशीमठ में प्राप्त करने के बाद उन्होंने देहरादून से मेडिकल की पढ़ाई की और डॉक्टर बन गईं। ये संयोग ही था कि उनका विवाह एक ऐसे परिवार में हुआ जिसकी पृष्ठभूमि राजनीति से जुड़ी थी। कोरोना काल के दौरान नगर पंचायत के चुनावों से हिमानी ने राजनीति में कदम रखा और उसके बाद मुड़कर नहीं देखा।


नगर पंचायत का कार्यभार संभालते ही हिमानी के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी नंदप्रयाग शहर में जगह जगह फैली गंदगी। कुछ गंदगी स्थानीय थी तो कुछ इस रास्ते से गुज़रने वाले सैलानियों की वजह से होती थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से डॉक्टर हिमानी ने अपनी नगर पंचायत को देश का सबसे सुंदर शहर बनाने का बीड़ा उठाया। काम कठिन था लेकिन हिमानी ने भी ठान लिया कि शहर का नाम पूरी दुनिया में करना है।


कोरोना का़ल के दौरान ही इस काम की शुरुआत हुई। हिमानी ने पूरी योजना बनाई, इलाके में कहीं भी कूड़ा फेंका नहीं गया, घर घर से कूड़ा उठाया जाने लगा। दूसरा सबसे बड़ा कदम था कि जैविक और अजैविक कूड़े को अलग अलग करना। डा. हिमानी ने सभी लोगों को विश्वास में लिया, खुद लोगों के पास गईं, नगर पंचायत के कर्मचारियों को समझाया, आखिरकार मेहनत रंग लाई और शहर साफ दिखने लगा।

मुनियाली, शंकुतला बगड़, मल्ला बाज़ार और चंडिका मोहल्ले में नगर पंचायत की गाड़ियां घूमने लगीं और घर घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करने का काम किया जाने लगा।


लेकिन इतना ही काफी नहीं था। इस इलाके से बद्रीनाथ और केदारनाथ जाने वाले हज़ारों श्रद्धालु गुज़रते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा सीज़न में फैलाया गया कूड़ा भी चैलेंज बन गया था, लेकिन इसका भी अनूठा इंतज़ाम किया गया। नंदप्रयाग में जगह जगह स्पीकर लगाए गए, साथ ही सीसीटीवी से मॉनिटरिंग की गई। जैसे ही कोई गाड़ी कूड़ा फेंकती तो कंट्रोल रूम से अनाउंसमेट किया जाता कि गंदगी हटा लें वर्ना फाइन किया जाएगा।

मुनियाली, शंकुतला बगड़, मल्ला बाज़ार और चंडिका मोहल्ले में नगर पंचायत की गाड़ियां घूमने लगीं और घर घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करने का काम किया जाने लगा।

इस मुहिम का ज़बर्दस्त असर देखने को मिला। गाड़ियों पर फाइन लगा तो नगर पंचायत की आय बढ़ने लगी साथ ही शहर भी साफ रहने लगा।

मुनियाली, शंकुतला बगड़, मल्ला बाज़ार और चंडिका मोहल्ले में नगर पंचायत की गाड़ियां घूमने लगीं और घर घर जाकर कूड़ा इकट्ठा करने का काम किया जाने लगा।

आखिरकार एक दिन वो भी आया जब देश भर के 4000 निकायों में से नंदप्रयाग सबसे स्वच्छ नगर पंचायत का सम्मान मिला। 20 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना काल में वर्चुअल माध्यम से ये पुरस्कार डॉ. हिमानी वैष्णव को दिया।

डॉ. हिमानी वैष्णव फिलहाल भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय नेता हैं, संगठन के कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेती हैं। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान हिमानी के सवालों से पीएम मोदी इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने ट्वीट करे उनकी सराहना की।

डॉक्टर हिमानी वैष्णव पूरे देश के लिए बनी मिसाल

डॉक्टर हिमानी वैष्णव ने दिखा दिया कि किस प्रकार महिला शक्ति अपनी सटीक योजना और सेवा भाव से ना केवल अपने घर और परिवार का बल्कि पूरे इलाके का मान बढ़ा सकती हैं। हिमानी की सेवा भावना पूरे देश के लिए मिसाल बन गई है।


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