रुद्रपुर:बरसात में आई फ्लू का प्रकोप बढ़ गया है। जिला अस्पताल में एक सप्ताह में मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। यहां रोजाना 40 से अधिक मरीज आई फ्लू के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। डॉक्टर का कहना है कि वायरल कंजंक्टिवाइटिस (आंख आना) आम संक्रमण है। इस कारण पलकों के अंदर और आंख के सफेद हिस्से को ढकने वाली स्पष्ट झिल्ली में सूजन से लाली आ जाती है। इसे गुलाबी आंख भी कहा जाता है।
जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि उचित देखभाल करने पर आई फ्लू के मरीज एक सप्ताह में स्वस्थ हो सकते हैं। आंखें लाल और सूजी होना वायरल कंजंक्टिवाइटिस के लक्षण हैं। आंखों से पानी या चिपचिपा पदार्थ निकलने के साथ ही जलन या खुजली महसूस होती है। प्रकाश के प्रति आंखें संवेदनशील हो जातीं हैं। सुबह पलकों पर पपड़ी जमती है। उन्होंने बताया कि संक्रमित लोगों की आंखों से निकलने वाले स्राव के संपर्क में आने से आई फ्लू फैलता है।
बचाव के उपाय
दूसरे के तौलिए आदि के इस्तेमाल से बचें।
अपनी आंखों पर ठंडा सेक लगाएं।
हाथों को साबुन से बार-बार धोएं।
भीड़ वाले स्थानों पर न जाएं।
आखें मलने से बचें।