जनपद आजमगढ़ के दीवानी न्यायालय परिसर में आज अपराह्न बाद उस समय हंगामा हो गया जब आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ अपने तय कार्यक्रम के अनुसार दीवानी न्यायालय बार सभागार में विधि प्रकोष्ठ सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे। अधिवक्ताओं से सांसद निरहुआ जब मिलने लगे इसी दौरान उनका विरोध शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि सांसद के आगमन की सूचना को लेकर सुबह ही अधिवक्ताओं की बैठक हुई थी।
निरहुआ का अधिवक्ताओं के एक गुट ने जहां स्वागत किया। वहीं दूसरे गुट ने निरहुआ मुर्दाबाद और निरहुआ वापस के नारे लगाए। अधिवक्ता के अनुसार ग्रामीण न्यायालय के मुद्दे को लेकर अधिवक्ताओं द्वारा आंदोलन में किसी भी राजनीतिक दल ने मौके पर पहुंचकर समर्थन नहीं किया। इसलिए अधिवक्ता भी न्यायालय परिसर में राजनीतिक दल के नेताओं को अपने प्रचार प्रसार करने का विरोध करने को तय किये हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ जब सांसद निरहुआ न्यायालय परिसर में पहुंचे तभी नारेबाजी शुरू हो गई। किसी प्रकार से सभागार के दूसरे गेट से निरहुआ को बाहर निकालने की कोशिश की गई। जहाँ न्यायालय अभिभावक संघ में अधिवक्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ था।
सांसद निरहुआ जब बाहर निकलने लगे उस दौरान दोनों पक्षों से नारेबाजी शुरू हो गई। गेट तक पहुंचते-पहुंचते मारपीट की नौबत आ गई। वहीं इस मामले में सांसद निरहुआ ने कहा कि सपाई के गुंडे हर जगह मौजूद हैं जब वह गांव में भी प्रचार करने जाते हैं इसी तरह गुंडई करते हैं यहां परिसर में भी कुछ गुंडे रहते हैं। लेकिन इनको एक बात समझ लेनी चाहिए कि 2019 में एक भाई जीत कर भाग गया, जहां 2022 में दूसरा भाई हार कर भाग गया अब 2024 में फिर भागेंगे। अगर किसी को विरोध करना है तो वह ईवीएम के बटन पर दबाकर विरोध कर सकता है। लेकिन कहते हैं कि जिस गाड़ी पर सपा का झंडा हो, उसमें बैठा सबसे बड़ा गुंडा है वही दिख रहा है।