चुनावी साल में अफसरों के ट्रांसफर क्यों करती हैं सरकारे? क्या इससे छवि बदल जाती है?

Spread the love

देहरादून. चुनाव नजदीक आते ही उत्तराखंड सरकार ऐक्शन में नजर आ रही है। राज्य सरकार ने एक बार फिर से नौकरशाही में बड़ा फेरबदल किया है। प्रशासन ने कई आईएएस और पीसीएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया है। जिसमें 8 आईएएस समेत 43 अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इन तबादलों में सरकार ने चार विभागीय सचिवों से निदेशक का पदभार हटाते हुए प्रशासकीय व्यवस्था को दुरुस्त करने का प्रयास किया है।

मंगलवार देर रात शासन द्वारा जारी ट्रांसफर लिस्ट के मुताबिकर सचिव नितेश कुमार झा से निदेशक पंचायत राज का पदभार वापस लिया गया है. सचिव राधिका झा को निवेश आयुक्त, नई दिल्ली की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है.

नितेश कुमार झा से निदेशक पंचायती राज के पद से हटाया गया, जबकि राधिका झा को निवेश आयुक्त नई दिल्ली बनाया गया है। एसए मुरुगेशन को सचिव ग्रामीण विकास बनाया गया है। हरीश चंद्र सेमवाल से निदेशक समेकित बाल विकास परियोजना का जिम्मा वापस ले लिया गया है। विनोद कुमार सुमन से निदेशक शहरी विकास का पदभार वापस लिया गया है। विजय कुमार यादव से निदेशक कौशल विकास प्रशिक्षण की जिम्मेदारी से मुक्त किया गया है।

अपर सचिव आशीष कुमार श्रीवास्तव को अपर सचिव नियोजन का अतिरिक्त पदभार दिया गया है। नितिन सिंह भदौरिया से अपर सचिव पंचायती राज की जिम्मेदारी वापस ली गई है।अपर सचिव उदय राज से पेयजल तथा निदेशक सजन वापस लिया गया है। प्रशांत कुमार आर्य से अपर सचिव श्रम महिला सशक्तिकरण व बाल विकास की जिम्मेदारी दी वापस लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी बनाया गया है। अपर सचिव झरना कमठान से अपर सचिव तकनीकी शिक्षा की जिम्मेदारी वापस ली गई है। जबकि मायावती ढकरियाल को अपर सचिव ग्रामीण निर्माण विभाग का अतिरिक्त प्रभार का जिम्मा दिया गया है। इसके अलावा और भी तबादले हुए हैं जिससे कुल मिलाकर 43 अधिकारियों के ट्रांसफर हुए हैं।

Mahakaleshwar Jyotirlinga : महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग बना देश पहला 5 स्टार स्वच्छ्ता रेटिंग वाला मंदिर

क्या है तालिबान का कानून? महिलाओं को कोड़े और पत्थर क्यों मारते हैं तालिबानी?


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *