कानुपर के श्यामनगर में समलैंगिक प्रेमी के घर के नीचे खड़ी कार में आग लगाने वाले इंदौर के दीप्तेश तलवानिया ने पुलिस की पूछताछ में कहा कि उसे प्यार में बड़ा धोखा मिला है। प्यार पाने के लिए वह क्या से क्या बन गया।
करीब 80 लाख रुपये खर्च कर अपना शरीर बर्बाद कर लिया। इतना ही नहीं वैभव को लाखों रुपये भी दिए। रेस्टोरेंट खोलने और कार खरीदने के लिए भी उसे पैसे दिए। इसके बाद भी उसे इतना बड़ा धोखा मिला।
वैभव के परिवार ने नहीं किया जिक्र, पड़ोसियों से मिली जानकारी
डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि घटना के बाद मौके पर चकेरी इंस्पेक्टर, श्याम नगर पुलिस और वह स्वयं भी मौके पर पहुंचे। परिवार ने दीप्तेश और वैभव के बीच का मामला उनसे नहीं बताया। पड़ोसियों से पूछताछ में सामने आया। इसके आधार पर पड़ताल शुरू हुई। इसके बाद दोनों को सर्विलांस की मदद से पकड़ लिया गया, अन्यथा भागने में सफल हो जाते।
दीप्तेश ने खुद को बताया बेगुनाह, रोहन पर मढ़ा आरोप
चकेरी थाने में प्रेसवार्ता के दौरान आरोपी दीप्तेश ने खुद को बेगुनाह बताते हुए रोहन को दोषी बताया। कहा उसने कुछ नहीं किया है, जो किया रोहन ने किया है। मीडिया से बोला कि रोहन से पूछो, जब वह खुद घटना को स्वीकार कर रहा है तो उसे क्यों आरोपी बनाया जा रहा है। दोनों ने कहा कि अगर वह मध्यप्रदेश में होते तो न पकड़े जाते। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पुलिस उन तक पहुंच जाएगी।
फजलगंज से चढ़े थे बस में
डीसीपी पूर्वी ने बताया कि सर्विलांस से लोकेशन फजलगंज शताब्दी ट्रेवल्स के पास मिली। इसके बाद चकेरी इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे, श्यामनगर चौकी प्रभारी, एसआई विपिन सिंह बघेल, अनुज पटेल, रोहित यादव, पंकज, राहुल व महिला कांस्टेबल नैनसी कनौजिया के साथ पहुंचे। तब तक वहां से बस निकल चुकी थी। फिर पीछा कर बारा टोल प्लाजा से पकड़ा गया।
मथुरा में एक आश्रम में हुई थी दोनों की मुलाकात
चाचा अनूप कुमार शुक्ला ने बताया कि वैभव और दीप्तेश की मुलाकात मथुरा स्थित अखंडानंद आश्रम में हुई थी। यहीं से दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं। दीप्तेश वैभव को फोन कर बुलाता था। इस पर वह मिलने जाता था। वह वैभव से शादी करना चाहता था। जब उसे पता चला कि वैभव की शादी तय हो गई तो इंदौर में फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया।
शादी से इनकार करने पर इंदौर में दर्ज कराई थी रिपोर्ट
वैभव शुक्ला के शादी से मना करने पर दीप्तेश और उसकी मां ने भी शादी के लिए चाचा अनूप शुक्ला से 16 फरवरी को संपर्क किया था। इस पर उन्होंने परिवार को बर्बाद करने की धमकी देकर वैभव से दूर रहने की बात कही थी। इसके बाद दीप्तेश ने 18 फरवरी को वैभव के खिलाफ इंदौर के विजयनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हालांकि, एमपी पुलिस ने यहां कोई संपर्क या कार्रवाई नहीं की।
दीप्तेश का पुराना दोस्त है रोहन यादव
पूछताछ में सामने आया कि दीप्तेश और रोहन की काफी पहले से दोस्ती है। इसके बाद रेस्टोरेंट संचालक वैभव शुक्ला दीप्तेश के संपर्क में आ गया। इसके बाद रोहन से दूर रहने लगा। जब वैभव ने दीप्तेश से शादी के लिए इन्कार कर दिया तो रोहन फिर से नजदीक आ गया।
इसके बाद दोनों ने वैभव से बदला लेने की सोची। पहले तो पुलिस से गिरफ्तारी कराने का प्रयास किया। बात न बनने पर रात में कार और घर में आग लगाने की साजिश रची। रोहन पर मध्यप्रदेश में 17 मुकदमे दर्ज हैं। उससे दीप्तेश की तकलीफ नहीं देखी जा रही थी, इसी वजह से वह मदद को तैयार हो गया। रोहन का उसकी पत्नी से तलाक हो चुका है। वह भी समलैंगिक है।
वारदात के पूर्व पहुंचे थाने पहुंचे थे मदद मांगने
एमपी पुलिस की ओर से वैभव पर कोई कार्रवाई न होने पर दीप्तेश और रोहन यादव चकेरी थाने पहुंचे थे। यहां उन्होंने चकेरी पुलिस को मामले की जानकारी देकर मदद मांगी थी। कहा था कि इंदौर से एक सब इंस्पेक्टर यहां आ रहें हैं, उनकी मदद करें।