हल्द्वानी। बनभूलपुरा बवाल के मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक समेत नौ फरार आरोपितों के पोस्टर जारी कर दिए हैं। साथ ही इनके घरों पर संपत्ति कुर्क करने का नोटिस भी चस्पा कर दिया है। वहीं शुक्रवार को संवेदनशील क्षेत्र बनभूलपुरा में चार घंटे और आसपास क्षेत्र में आठ घंटे की ढील रही। इस क्षेत्र में किसी को बाहर आवागमन की अनुमति नहीं थी।
बनभूलपुरा में आठ फरवरी को सरकारी भूमि (नजूल) में बना मदरसा व नजाम स्थल तोड़ने पहुंची नगर निगम, पुलिस व प्रशासन की टीम पर हमला कर दिया गया था। आगजनी व फायरिंग तक हुई थी। मामले को शांत करने के लिए लगे नौंवे दिन शुक्रवार को कर्फ्यू में ढील एक-एक घंटे और बढ़ा दी गई थी। बनभूलपुरा संवेदनशील क्षेत्र में सुबह आठ बजे से नौ बजे तक राहत दी गई थी और आसपास के क्षेत्र में सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक कर्फ्यू रहा।
बाहर से आवागमन करने की अनुमति नहीं
ढील के समय लोगों ने उसी क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं की खरीद की और स्वास्थ्य केंद्र में उपचार कराया। अभी भी इस क्षेत्र में बाहर से आवागमन करने की अनुमति नहीं है। एसएसपी पीएन मीणा के निर्देश पर मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मलिक, बेटे अब्दुल मोईद, तस्लीम, वसीम उर्फ हप्पा, अयाज अहमद, रईस उर्फ दत्तू, शकील अंसारी, मौकिन सैफी, जिया उल रहमान का पोस्टर जारी कर दिया है।
शहर में अलग-अलग जगहों पर पोस्टर चस्पा कर इनके बारे में सूचना देने का अनुरोध किया गया है। साथ ही इनके घरों पर कुर्की का भी नोटिस चस्पा किया गया है। पुलिस ने एक दिन पहले अब्दुल मलिक व उसके बेटे के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया था। इस मामले में अब 42 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिन्हें जेल भेज दिया गया है।
एडीजी प्रशासन (पुलिस) अमित सिन्हा ने कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र बनभूलपुरा का डीआइजी योगेंद्र रावत और एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा संग दौरा किया। इसके बाद वह मलिक के बगीचे में बनी नई चौकी को भी देखने पहुंचे। इधर, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी कर्फ्यू लगे होने की वजह से जांच में तेजी नहीं आ रही है। कमिश्नर ने बताया कि शासन से जांच का समय आगे बढ़ाने का अनुरोध किया जाएगा।