देहरादून। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक पहुंचने की कांग्रेस नेताओं में खूब होड़ मची रही। स्थिति यह थी कि कई बार पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए आगे आना पड़ा। कांग्रेस के फ्रंटल संगठनों के बजाय नेताओं ने व्यक्तिगत रूप से बैनर पोस्टर बन्नू स्कूल मैदान के चारों ओर लगाए हुए थे।
मंच से नेताओं ने आपसी एकता और भाजपा को लोकसभा चुनाव में पटखनी देने के तामम दावे तो किए लेकिन स्वागत कार्यक्रम से लेकर बैनर पोस्टर में कहीं भी कांग्रेस में एका दूर-दूर तक नजर नहीं आई। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले पूर्व मंत्री एवं कद्दावर नेता हरक सिंह करीब चार घंटे तक गुमसुम बैठे रहे।
वक्ताओं की लंबी लाइन व राष्ट्रीय अध्यक्ष के समय से करीब दो घंटे विलंब से आने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी संबोधन नहीं करना ज्यादा बेहतर समझा। उन्होंने मंच पर चढ़कर केवल कार्यकर्ताओं का अभिनंदन किया। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष डा. गुरविंदर सिंह गोगी ने खरगे को तलवार भेंट की।
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व राज्य आंदोलनकारी वीरेंद्र पोखरियाल ने अपने समर्थकों के साथ खरगे का अभिनंदन किया। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी, महानगर व्यापार कांग्रेस प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुनील कुमार बांगा ने खरगे का अपने संगठनों की ओर से स्वागत किया।
इस मौके पर पूर्व मंत्री गोविंद सिंह कुंजवाल, शूरवीर सिंह सजवाण, हीरा सिंह बिष्ट, मथुरा दत्त जोशी, गरिमा दसौनी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, मनोरमा डोबरियाल शर्मा, अभिनव थापर आदि मौजूद रहे।
पूर्व आइपीएस रणवीर नहीं हो सके कांग्रेस में शामिल
सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी रणवीर सिंह कांग्रेस में शामिल नहीं हो पाए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तय कार्यक्रम से करीब दो घंटे विलंब से पहुंचे। ऊपर से कई तरह के सम्मान आयोजनों के कारण पार्टीजनों ने राणवीर सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने का समय नहीं दिया। उन्हें सदस्यता दिलाए जाने को लेकर लगातार चर्चा चल रही थी।