रायबरेली : महिला सशक्तिकरण को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार रख दावे जरूर कर रही हो लेकिन अगर ज़मीनी हकीकत देखी जाए तो कुछ और ही नजर आता है। ऐसा ही एक मामला आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उसे समय देखने को मिला जब अपने मासूम बच्चे के साथ एक महिला हाथ में तख्ती पर इच्छा मृत्यु की मांग कर रही है।
1 साल से थाने व पुलिस अधीक्षक कार्यालय का चक्कर
जिसका साफ तौर पर कहना है।कि मेरे साथ मेरे ही देवर व जेठ के द्वारा बलात्कार की घटना को अंजाम दिया गया जिसकी शिकायत मैंने अपने पति से भी की लेकिन मेरे पति ने घर की बात घर में ही दबाकर रखने की बात कही जिस पर मैंने विरोध करते हुए थाने पर तहरीर दी लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हुई लगातार 1 साल से थाने व पुलिस अधीक्षक कार्यालय का चक्कर काटने के बाद भी सिर्फ मिला है। तो कोरा आश्वासन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है।
पुलिस दरअसल पूरा मामला भदोखर थाना क्षेत्र के भाव गांव का बताया जा रहा है। जहां की रहने वाली महिला ने अपने मासूम बच्चों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रार्थना पत्र देते हुए उत्तर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मांग की है। फिलहाल इस पूरे मामले पर पुलिस के तरफ से कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन अगर महिला की मानी जाए तो महिला सशक्तिकरण की हवा निकलती जिले में जरूर दिखाई दे रही है। अब देखना यह होगा की खबर प्रकाशित होने के बाद इस पर पुलिस अधीक्षक क्या कार्यवाही करते हैं या देखने वाली बात होगी