आजमगढ़ के जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने देर रात से आधी रात के बाद तक शहर में अलग-अलग स्थान पर जल रहे अलाव का जायजा लिया और उस दौरान ठंड से पीड़ित दिखे लोगों को कंबल भी वितरित किया। इस दौरान डीएम ने वहां मौजूद नगर पालिका ईओ को इधर-उधर भटक रहे पीड़ितों को रैन बसेरे में भेजने का निर्देश भी दिया।
आजमगढ़ जिले के डीएम भीषण सर्दी की रात में नगर पालिका के द्वारा किये गये अलाव की व्यवस्था को जांचने के लिए काफिले के साथ निकल पड़े। जहां चिन्हित स्थानों पर अलाव जलते हुए मिले। डीएम ने शहर के चौक पर पहुंचकर वहां मौजूद दिहाड़ी मजदूर, साइकिल रिक्शा चालकों और अन्य भटक रहे लोगों को ठंड में सिकुड़ते को कंबल दिया। इसके बाद जिला अस्पताल में भी पहुंच, वहां पर जायजा लिया और मरीज को मिलने वाले से भी मिले। वहां पर की गई व्यवस्था का निरीक्षण करने के बाद परिजनो को रैन बसेरे में रुकने को कहा।
एडीएम ने बताया कि जिले में 16 रैन बसेरे स्थापित जो सक्रिय हैं, लगभग एक हजार से अधिक लोग रुक चुके हैं। बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अलाव को लेकर 146 स्थान पर राजस्व विभाग द्वारा व्यवस्था कराई गई है। और नगरी क्षेत्र में लगभग ढाई सौ क्षेत्र में जलाई जा रहे हैं। जिसका नियमित निरीक्षण भी किया जा रहा है, जहां शिकायत मिलती है वहां तत्काल कार्रवाई की जाती है। जनपद में ठंडक को लेकर कम्बल का वितरण भी किया जा रहा है, शासन के निर्देश पर पहले चरण में 86 सौ कम्बल और उसके बाद 13 हजार कम्बल प्राप्त हुए हैं। जिनका वितरण किया जा रहा है।