देहरादून. उत्तराखंड में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं किसी ना किसी बहाने विवाद उभर कर आ रहे हैं। ताजा विवाद है पोस्टर का। पोस्टर वैसे तो प्रचार का मुख्य साधन माने जाते हैं लेकिन उत्तराखंड में इस एक साधन से कई निशाने साधने की कवायद चल रही है। राजधानी के कई इलाकों में आप के सीएम फेस कर्नल अजय कोठियाल और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लेकर कुछ होर्डिंग लगाए गए थे, जिसमें इन दोनों में सीएम को लेकर पूछा गया था, कि सीएम कौन हो? देशभक्त फौजी या नेता।
इस होर्डिंग के लगते ही बड़ा विवाद शुरू हो गया ये मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस थानों तक पहुंच गया। जिसके बाद राजधानी के अलग-अलग थानों में इसको लेकर मुकदमा तक दर्ज किए गए हैं। मुकदमें सरकारी विभागों की तरफ से किए गए हैं। हैरानी की बात ये है कि आनन-फानन में होर्डिंग लगने के कुछ घंटो बाद ही शहर से ये सभी होडिंग हटा दिए गए।
वहीं इस पोस्टर पर आम आदमी पार्टी का कहना है कि इसमें कुछ गलत नहीं है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय भट्ट ने बताया कि आप के द्वारा जो होर्डिंग लगाए गए, उसमें देशभक्त फौजी और नेता के बीच में से सीएम चुनने को लेकर जनता से सवाल किया गया था जो कि किसी भी तरह से गलत नहीं हैा उन्होंने खुद सीएम से इसका जवाब मांगा है कि आखिर इसमें गलत क्या है।
दो पार्टियों की जंग में कांग्रेस भी कहाँ पीछे रहने वाली थी। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी का आरोप है कि बीजेपी सत्ता में रहकर अपने अधिकारों का गलत प्रयोग कर रही है। मथुरा जोशी ने कहा कि लोकतंत्र में सभी राजनैतिक दलों को अपने-अपने तरीके से प्रचार-प्रसार करने का अधिकार है। ऐसे में बीजेपी को इस तरह से बदले की भावना से काम नहीं करना चाहिए।
बीजेपी का जवाब
पोस्टर वार पर बीजेपी की तरफ से प्रदेश प्रवक्ता शादाब शम्स ने इस तरह के पोस्टर लगाने पर आपत्ति दर्ज की है। शादाब का कहना है कि ‘आप’ अपने प्रत्याशी को लेकर किसी भी तरह के प्रचार-प्रसार कर सकती है। लेकिन बीजेपी के सीएम के चेहरे का इस्तेमाल करने का आप को कोई हक नहीं है।
गणेश पोस्टर विवाद
उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश गोदियाल को हरीश रावत ने एक पोस्टर में गणेश बनाकर पेश किया तो इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। बीजेपी भगवान गणेश से तुलना पर भड़क गई, और उसने हरीश रावत को कुरान, नमाज और अल्पसंख्यकों का समर्थक बता दिया।
अस्त्र-शस्त्र के साथ यह पोस्टर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल का है, जिसे कांग्रेस इलेक्शन कैंपेन कमेटी के चेयरमैन हरीश रावत ने सोमवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। लेकिन बीजेपी ने गणेश गोदियाल को भगवान बताने वाले पोस्टर को हिंदू देवी-देवताओं का अपमान बता दिया। बीजेपी ने हरीश रावत को कुरान, नमाज और हिंदू होने पर घेर लिया।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि हरीश रावत अक्सर ऐसा करते रहते हैं, अभी गणेश जी के हाथ में हथियार थमा दिए, कभी मां सरस्वती के हाथ में किताब की जगह कुरान थमा देंगे। हरीश रावत ने ही जुमे की नमाज के लिए दो घंटे छुट्टी देने की घोषणा की थी। वहीं, बीजेपी के विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा कि हरीश रावत ने अपनी इस हरकत से हिंदू देवी-देवताओं का उपहास किया है।
पोस्टर पर बीजेपी का आक्रामक रूख देख कर हरीश रावत बैकफुट पर नजर आए। उनका कहना है कि ऐसे सीरियल हैं, जिनमें भगवान गणेश ने अस्त्र उठाए हैं, यही गणेश गोदियाल भी कर रहे हैं, तो बीजेपी में बेचैनी क्यों है।
हरीश रावत के कंधों पर कांग्रेस के इलेक्शन कैंपेन कमेटी की जिम्मेदारी है, लेकिन अपने प्रदेश अध्यक्ष को पोस्टर में भगवान गणेश बनाकर दिखाना, देवभूमि की सियासत में कहीं हरीश रावत को भारी न पड़ जाए।