उत्तरकाशी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा पहुंचे हैं। उन्होंने सुरंग में चल रहे राहत एवं बचाव कार्य का स्थलीय निरीक्षण और समीक्षा की। मुख्य सचिव एस एस संधू भी उनके साथ मौजूद रहे। गडकरी व मुख्यमंत्री धामी ने यहां अधिकारियों के साथ बैठक की।
पीड़ितों को बचाने की हर संभव कोशिश
केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का कहना है, “पिछले 7-8 दिनों से हम पीड़ितों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालना उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने यहां काम करने वाले संबंधित अधिकारियों के साथ घंटे भर बैठक की है।
पीएमओ से दिया जा रहा विशेष ध्यान
उन्होंने कहा कि हम छह वैकल्पिक विकल्पों पर काम कर रहे हैं और भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियां यहां काम कर रही हैं। पीएमओ से भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सुरंग विशेषज्ञों और बीआरओ अधिकारियों को भी बुलाया गया है।
फंसे हुए पीड़ितों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना प्राथमिकता
शाह ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता फंसे हुए पीड़ितों को भोजन, दवा और ऑक्सीजन उपलब्ध कराना है। कहा कि इस मामले में सुरंग में फंसे लोगों तक खाना व आक्सीजन अधिक मात्रा में कैसे पहुंचाएं इस पर भी काम चल रहा है। इसके साथ ही यह भी कहा कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच भी कराई जाएगी।
लगातार मलबा गिरने से रेस्क्यू में बाधा
वहीं प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि रेस्क्यू आपरेशन में अब माइक्रो ड्रोन की भी मदद ली जाएगी। सुरंग में मशीनों के इस्तेमाल से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मलबा लगातार गिरने से रेस्क्यू में बाधा आ रही है।
रेस्क्यू का आज आठवां दिन
गौरतलब है कि दीपावली के दिन उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज आठवां दिन है और अब फंसे श्रमिकों का धैर्य भी जवाब देने लगा है।