पिछले 7 दिन से उत्तरकाशी टनल में फंसे मज़दूरों को अब तक नहीं निकाला जा सका है। अब स्थ्ति की गंभीरता को देखते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने दूत को मौके पर भेजा है। पीएमओ में सेक्रेट्री मंगलेश घिल्डियाल ने रेस्क्यू ऑपरेशन का जायज़ा लिया है। पीएमओ के अधिकारी ने रेस्क्यू ऑपररेशन का जायज़ा लिया और रेस्क्यू के दौरान आ रही अड़चनों की जानकारी ली। इससे पहले भी मज़दूरों के फंसने की सूचना मिलते ही पीएम मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात करके हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था। पीएम के निर्देश पर ही रेस्क्यू में सेना को शामिल किया गया। वायु सेना के एक जहाज़ से अमेरिकिन ड्रिलिंग मशीन को चिन्यालीसैंण तक लाया गया।
रेस्क्यू का काम फिलहाल रुका हुआ है, सुरंग में ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया है। एनएचआईडीसीएल के निदेशक मनीश खुल्के ने बताया कि ड्रिलिंग का काम रुका हुआ है। कोई भी अफसर ये बताने के लिए तैयार नहीं है कि आखिर ड्रिलिंग को क्यों रोका गया है। हालांकि ये साफ कर दिया गया है कि ड्रिलिंग मशीन में कोई खराबी नहीं है।
उत्तरकाशी सुरंग हादसे में चार बड़े अपडेट –
सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद सुरंग के फंसे 40 मजदूरों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। गत शुक्रवार दिनभर चली एक अन्य व्यक्ति के सुरंग में फंसे होने की अफवाह पर देर रात मुहर लग गई। कंपनी प्रबंधन ने जिला प्रशासन को मुजफ्फरपुर बिहार के दीपक कुमार के सुरंग में फंसे होने की सूचना दी है।
अमेरिकी ऑगर मशीन से गत शुक्रवार दोपहर बाद ड्रिलिंग का काम बंद कर दिया गया था। जिसके बाद से अब तक मात्र 22 मीटर ही ड्रिल हो पाया है। बताया जा रहा है कि मशीन के कंपन से सुरंग में मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है। वहीं दरारें भी आई हैं।
अब सुरंग फंसे लोगों को बचाने के लिए सुरंग के ऊपर और साइड से भी ड्रिलिंग करने करने का प्लान है। इसके लिए कुछ मशीनें मंंगाई गई है। जिसमें ऊपर से अधिक मात्रा में खाना और साइड से उन्हें निकाला जाएगा।
शनिवार को सात दिन बाद सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर नहीं निकाले जाने पर मजदूरों के सब्र का बांध टूट गया। उन्होंने दोबारा कंपनी अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रेस्क्यू में तेजी लाने की मांग की।
शनिवार को प्रधानमंत्री कार्यालय(पीएमओ) में उपसचिव मंगेश घिल्डियाल भी सिलक्यारा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुरंग का जायजा लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों से वस्तुस्थिति का जायजा लिया।