रुद्रपुर :प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय लक्ष्य, उत्तम और आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हमारी सरकार संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है । केंद्र की मदद से राज्य के आधारभूत ढांचे और जरूरी तमाम व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने पर सुधार हुए हैं । रोजगार के मुद्दे पर धामी सरकार ने क्रांतिकारी निर्णय लिए और नियुक्ति प्रक्रिया में वर्षों से जड़ जमाए माफियाओं को मीडिया के सहयोग से उखाड़ने का काम किया है । जिसका परिणाम है कि हालिया वर्षों में 15 हजार से अधिक सरकारी रोजगार निष्पक्ष एवं पारदर्शिता से युवाओं को मिले हैं ।
सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से निवेश का लक्ष्य भी बड़ा रखा
उत्तराखंड का दशक लानें के लिए बड़े पैमाने पर राज्य में पूंजीगत निवेश की जरूरत पर जोर देते हुए रावत ने कहा, विकसित राज्य के बड़े लक्ष्य को पाने के लिए हमारी सरकार ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से निवेश का लक्ष्य भी बड़ा रखा, 2.5 लाख करोड़ रुपए ।हम सबको ये जानकर खुशी होगी कि मुख्यमंत्री धामी की लीडरशिप में हो रहे अथक प्रयाओं से अब तक हम लगभग 69,300 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त कर चुके हैं । बेहद प्रसन्नता की बात है कि हम समिट के लिए तय लक्ष्य का 30 फीसदी निवेश MOU, लगभग सवा महीने पहले ही प्राप्त कर सके हैं । अभी देश के सर्वाधिक महत्वपूर्ण औधौगिक महानगरों में मुख्यमंत्री जी का निवेश को लेकर दौरा होना है । साथ सबसे अधिक निवेश तो समिट इवेंट के दौरान 8-9 दिसंबर को होने की उम्मीद है ।
उन्होंने जोर देते हुए कहा, सवा करोड़ उत्तराखंडवासियों का विश्वास और मुख्यमंत्री धामी के बेजोड़ प्रयास संकेत कर रहे हैं कि हम समिट के तय लक्ष्य 2.5 लाख करोड़ को आसानी से पार कर जाएंगे ।
रावत ने कहा, लक्ष्य हासिल करने के विश्वास की ठोस वजह हमारे पास हैं । क्योंकि इन तमाम बैठकों से निवेश आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री धामी और उनकी टीम ने विशेषज्ञों, अनुभवी नीति निर्धारकों एवं कंसलटेंट ऐजेंसियों के साथ बैठकर विस्तृत योजना बनाई है । यही वजह है कि निवेशकों का उत्तराखण्ड आने और यहां निवेश के लिए मन में आकर्षण बन गया है। निवेश के लिये हमारा फोकस राज्य के पारम्परिक क्षेत्रों जैसे पर्यटन एवं आतिथ्य, आयुष एवं वैलनेस, फिल्म शूटिंग तथा खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाईल्स, फार्मा, नवीकरणीय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी है ।
ये वही क्षेत्र हैं जिनमे विकास की प्रचुर संभावनाएं हैं ।
कनेक्टीविटी बढ़ाने की कोशिश निवेशकों के लिए बड़े आकर्षण का कारण
आज निवेश को लेकर विश्वास का बड़ा कारण ये भी है कि विगत 7 वर्षों में उत्तराखण्ड में रेल, सड़क एवं हवाई कनेक्टीविटी में गुणात्मक सुधार दिख रहा है। दिल्ली से बेहतर कनेक्टिविटी और ऋषिकेश सेकर्णप्रयाग तक रेलवे लाईन तथा ऑल वेदर रोड के निर्माण से राज्य के भीतर कनेक्टीविटी बढ़ाने की कोशिश निवेशकों के लिए बड़े आकर्षण का कारण बने हैं ।
जमरानी बांध परियोजना की वित्तीय स्वीकृति से तराई क्षेत्र का पांच दशक पुराना इंतजार समाप्त करने के लिए प्रदेश की जनता की तरफ से पीएम मोदी का कोटि कोटि आभार व्यक्त किया । उन्होंने विश्वास जताया कि अब वो दिन दूर नही जब इस परियोजना के बनने से समूचे क्षेत्र के कायाकल्प का हम सभी गवाह बनेंगे । मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी की लगातार कोशिशों के चलते इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए केंद्र की 1557 करोड़ की मदद ने पुनः साबित किया है कि मोदी जी देवभूमि के संरक्षक हैं । उन्होंने विश्वास दिलाते हैं कि 2028 में इसका लोकार्पण भी बतौर प्रधानमंत्री मोदी जी ही करेंगे ।
उन्होंने विपक्ष पर तंज किया कि राजनीति करने के लिए इसे अटकाने, लटकाने, भटकाने वालों की कोशिशों पर अब हमेशा के लिए पूर्ण विराम लग गया है । क्योंकि 1975 से अनिर्णीत इस महत्वाकांक्षी परियोजना की विशेषज्ञों और स्थानीय लोगों की इस मांग पर तत्कालीन कांग्रेस सरकारों ने खूब राजनीति की,
लेकिन इसके निर्माण को लेकर कभी गंभीर प्रयास नही किए । जनता आंदोलन करती रही लेकिन कभी इनकी मंशा नहीं रही तो कभी राजनैतिक इच्छा शक्ति नहीं रही है । तराई के विकास में नई जान फूकने की क्षमता रखने वाली इस योजना के लिए कांग्रेस सरकारों के पास कभी भी पैसा नही रहा । इस दौरान जब भी राज्य में भाजपा की सरकारें आईं तो जमरानी की कोशिशें परवान चढ़ी लेकिन कांग्रेस सरकार ने आते ही इन कोशिशों को सिरे से उतार दिया । उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष किया कि अब ऐसे तमाम लोगों को भी जबाब मिल गया होगा जिन्हे पिथौरागढ़ दौरे की 4200 करोड़ की सौगात कम लग रही थी । इससे एक बार पुनः स्पष्ट हुआ है कि मोदी जी उत्तराखंड में हों या बाहर, उनका लगाव देवभूमि के प्रति कम नही होता है और वे यहां के विकास की हमेशा चिंता करते रहते हैं ।