महिलाओं ने जब भी अपने ज्ञान और इच्छाशक्ति का उपयोग किया है, वह हमेशा परिवार के साथ-साथ दूसरों के लिए भी ‘शक्ति’ बनकर सामने आई हैं। नवरात्र के अवसर पर D MAGAZINE INDIA के पाठकों को उन ‘शक्तियों’ से परिचित करा रहे है जिन्होंने राज्य में अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी ताकत से एक अलग मुकाम बनाया है
कोई निशुल्क इलाज कर रहा है, तो कोई गरीब बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी उठा रखी है। कोई संस्कृति से लोगों को रूबरू करा रहा है आज सातवे दिन पढ़िए ऐसी एक और महिला की कहानी जो समाज में अलग स्थान रखती हैं।
दांत का निशुल्क इलाज कर जबड़े लगा रहीं डॉ. योगेश्वरी
देहरादून अस्पताल के दंत रोग विभाग में कार्यरत डॉ. योगेश्वरी कृष्णन नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन से जुड़ी हैं। इसके माध्यम से वह मरीजों के दांत का निशुल्क इलाज करती हैं। योगेश्वरी की मां मनोरोग चिकित्सक हैं। वह मां को इलाज करते देख डॉक्टर बनीं। वह दून अस्पताल से बचे समय में अपनी टीम के साथ पहाड़ी इलाकों, स्कूलों, आश्रमों में जाती हैं
और शिविर लगाकर दांत का इलाज करती हैं। दांत के इलाज के लिए वह अब तक 69 कैंप लगा चुकी हैं। गत दिनों तीन दिन के कैंप में 80 मरीजों को जबड़े बनाकर लगाए हैं। इनमें आंशिक और पूरे मुंह के जबड़े शामिल हैं। उनकी टीम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी दांत का निशुल्क इलाज कर चुकी है। उन्होंने कोविड में ब्लैक फंगस के मरीजों को एम्स ऋषिकेश में भी मुफ्त कृत्रिम अंग दिया था।