देहरादून:बसों पर निर्धारित किमी पूरे न करने और मार्ग पर ड्यूटी से बचने वाले 15 परिचालकों को उत्तराखंड परिवहन निगमने सेवा से बर्खास्त करने का अंतिम नोटिस थमा दिया है। इनमें नियमित समेत संविदा व विशेष श्रेणी के परिचालक भी शामिल हैं। इनमें किसी का प्रतिदिन का बस संचालन औसत 33 किमी है तो किसी का 50 किमी।
एक माह में 5000 किमी बस पर संचालन पूरा करना अनिवार्य
निगम के अनुसार, हर परिचालक को एक माह में 5000 किमी बस पर संचालन अनिवार्य रूप से पूरा करना है। इन सभी को 31 अक्टूबर तक का समय निर्धारित 5000 किमी पूरे करने का दिया गया है। एक तरफ परिवहन निगम परिचालकों की कमी के कारण बसों को मार्ग पर नहीं भेज पा रहा, दूसरी तरफ कुछ परिचालक मौज काट रहे हैं।
स्थिति यह है कि कई बार बसें बिना परिचालक ही मार्ग पर भेजी जा रहीं हैं। लंबी दूरी के मार्ग पर तो टिकट काउंटर से यात्रियों के टिकट बनाकर बस रवाना दी जा रही, लेकिन स्थानीय मार्गों पर यात्रियों को बसों की कमी झेलनी पड़ रही।
निगम के महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने जताई नाराजगी
बीते गुरुवार को निगम के महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन की ओर से सभी मंडल प्रबंधकों व डिपो के सहायक महाप्रबंधकों को पत्र भेजकर इस पर नाराजगी जताई गई। महाप्रबंधक ने यह तक कहा कि मंडल व डिपो के अधिकारी सिर्फ पत्राचार कर कर्तव्य की इतिश्री कर दे रहे, जबकि इससे निगम को आर्थिक नुकसान के साथ उसकी छवि भी धूमिल हो रही है। इसके बाद दून मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने जब देहरादून डिपो की समीक्षा की तो 15 परिचालक ऐसे मिले, जो बसों पर निर्धारित डयूटी ही नहीं दे रहे हैं। इन सभी को अंतिम नोटिस भेजा गया है।
स्थानीय मार्गों पर चलाएं बसें
परिवहन निगम की स्थानीय मार्गों की सेवाएं प्रभावित होने पर दैनिक जागरण ने ऋषिकेश के अंक में समाचार प्रकाशित किया था। इसका संज्ञान लेकर महाप्रबंधक दीपक जैन ने सभी डिपो के सहायक महाप्रबंधकों को स्थानीय मार्गों की बस सेवा का सुचारु संचालन कराने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय मार्गों पर सुबह से रात तक पर्याप्त बसों का संचालन किया जाए।