वाराणसी– ज्ञानावपी और मां श्रृंगार गौरी केस में ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे पर हाईकोर्ट 3 अगस्त को अपना फैसला सुना सकती है। ऐसे में हिंदू पक्ष की मुख्य वादिनी राखी सिंह ने ASI सर्वे से पहले ज्ञानवापी से मंदिर के साक्ष्य को मुस्लिमों के द्वारा मिटाए जाने की आशंका जताई है। इन आशंकाओं को लेकर वादिनी राखी सिंह ने वाराणसी के जिला न्यायालय में एक और याचिका दाखिल किया है। इस याचिका में राखी सिंह ने ज्ञानवापी को पूरी तरह सुरक्षित और ज्ञानवापी में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध करने की मांग किया है।
हिंदू पक्ष ने मुस्लिमों के द्वारा साक्ष्य मिटाए जाने की जताई आशंका, ASI सर्वे से तेजी से मिटाए जा रहे है साक्ष्य !
जिला न्यायाधीश अजय कृष्ण विश्वेश की आदलत में राखी सिंह ने याचिका दाखिल करते हुए कहा कि ज्ञानवापी में ASI सर्वे को लगातार प्रभावित करने का प्रयास मुस्लिम पक्ष कर रहा है। मुस्लिम पक्ष कभी नहीं चाहता कि ज्ञानवापी में ASI सर्वे हो। ऐसे में आशंका है कि तेजी से ज्ञानवापी में मुस्लिमों के द्वारा हिंदू मंदिर के साक्ष्यों को मिटाया जा रहा है। जिला न्यायाधीश से राखी सिंह ने गुहार लगाई है कि ASI सर्वे में किसी प्रकार की कोई बाधा उत्पन्न न हो, जिसे लेकर ज्ञानवापी में मुस्लिमो के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए और ज्ञानवापी परिसर को पूरी तरह सुरस्खित लिया जाए।
4 अगस्त को होगी मामले पर सुनवाई, याचिका बना चर्चा का विषय…
वाराणसी न्यायालय में राखी सिंह के दायर की गई याचिका पर जिला न्यायालय 4 अगस्त को सुनवाई की तारीख नियत की है। राखी सिंह ने बताया कि न्यायालय में 4 अगस्त की दोपहर 2 बजे सुनवाई होगी। राखी सिंह ने उम्मीद जताई है कि न्यायालय उनके आशंकाओं को देखते हुए इस मामले में सुनवाई कर ज्ञानवापी में मुस्लिमों के जाने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश देगा, जिससे ASI सर्वे प्रभावित नहीं हो पाएगा।