पहले मॉनसून ने परेशान किया अब आई फ्लू तेज़ी से बढ़ने लगा है। ये फ्लू बच्चों को सबसे ज्यादा अपनी चपेट में ले रहा है। आई फ्लू को कंजक्टिवाइटिस भी कहते हैं। ये आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना भी कहते हैं। इस बीमारी में आंखे लाल हो जाती हैं और हर वक्त जलन होती रहती है। आंखों से हर वक्त पानी आता रहता है।
कैसे फैलता है आई फ्लू?
ये रोगी के संपर्क में आने वाले को भी चपेट में ले लेती है। संक्रमित व्यक्ति के आंसुओं के ज़रिये ये वायरस दूसरे लोगों तक पहुंच जाता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति अगर खांसता या छींकता भी है तो उससे भी दूसरे लोग चपेट में आ सकते हैं।
आई फ्लू से कैसे बचें?
दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के डॉक्टरों के मुताबिक
अपनी आंखों को बार-बार ना छुएं
अपने हाथों को थोड़े-थोड़े समय पर धोते रहें
आंखों को बार-बार पानी से धोते रहें
बाहर निकल रहे हैं तो काला चश्मा ज़रूर पहनें
आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें
संक्रमित व्यक्ति के तौलिये, रुमाल और कपड़ों का इस्तेमाल ना करें
संक्रमित व्यक्ति क्या करें?
आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति भी अपनी आंखों को धोते रहें और डॉक्टर से संपर्क करें। किसी भी तरह का घरेलू उपाय करने से बचें। क्योंकि आंखें कुदरत की नेमत होती हैं, छोटी सी गलती बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है।