अंबेडकरनगर :बसखारी में हजरत इमाम हसन हुसैन की सच्चाई के प्रति बलिदान की याद में मुहर्रम पर्व क्षेत्र में शांति एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया गया। मोहर्रम के जुलूस को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए थाना बसखारी प्रभारी निरक्षक ने पुलिस प्रशासन के साथ पूरी तरह मुस्तैद रहे।
मुस्लिमों के अंतिम नबी पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोग मुहर्रम पर गम मनाते हैं। मुहर्रम महीने का दसवां दिन सबसे खास माना जाता है। बताया गया है कि मुहर्रम के महीने की 10वीं तारीख को कर्बला की जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी।
इस्लाम की रक्षा के लिए उन्होंने खुद को कुर्बान कर दिया था। इस जंग में उनके साथ उनके 72 साथी भी शहीद हुए थे। लेकिन बातिल के आगे अपना सिर नहीं झुकाया। कर्बला के प्यासे शहीदों की याद में मोहर्रम का पर्व मनाया जाता है।