ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा से बेहद दुखद ख़बर है। एक बड़े हादसे में तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई है। पांच अस्पताल में ज़िंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। बारिश के बाद ग्रेटर नोएडा में बड़ा हादसा हुआ है। निर्माणाधीन मकान की दीवार गिरने से 8 बच्चे दब गए। तीन की मौत हो गई है। सूचना के बाद मौके भारी पुलिस फोर्स पहुंची। बचाव और राहत का काम किया गया। तीन बच्चों की मौत हो गई है और पांच का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। तीन बच्चों के शव पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। नोएडा के थाना सूरजपुर क्षेत्र के खोदना गांव गांव की घटना है।
कैसे हुआ हादसा
ग्रेटर नोएडा के खोदना गांव में एक निर्माणाधीन मकान की दीवार गिर गई। यह घटना बारिश के कारण जल भराव की वजह से हुई। कुल 8 बच्चे इस हादसे में फंस गए।
इन तीन बच्चों की मृत्यु हो गई है
- आहद (4 वर्ष)
- आदिल (8 वर्ष)
- अलफिजा (2 वर्ष)
मौके पर चीख-पुकार मची
पांच अन्य बच्चों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायल बच्चों की उम्र 2 से 16 वर्ष के बीच है। सभी पीड़ित एक ही परिवार या रिश्तेदार हैं। यह घटना थाना सूरजपुर क्षेत्र के अंतर्गत हुई। अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। यह एक गंभीर दुर्घटना है जो मानसून के मौसम में निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
ग्रेटर नोएडा के थाना सूरजपुर क्षेत्र के खोदना गांव में यह हृदयविदारक घटना हुई है। एक निर्माणाधीन मकान की दीवार गिरने से तीन बच्चों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना सगीर नामक व्यक्ति के मकान में हुई, जिसमें उनके परिवार और रिश्तेदारों के आठ बच्चे फंस गए।
मृतकों की पहचान आहद (4 वर्ष), आदिल (8 वर्ष) और अलफिजा (2 वर्ष) के रूप में की गई है। इन तीनों की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। अन्य घायल बच्चों में आयशा (16), हुसैन (5), सोहना (12), वासील (11) और समीर (15) शामिल हैं। सभी घायल बच्चों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह घटना संभवतः हाल की भारी बारिश के कारण हुई जल भराव की वजह से हुई। स्थानीय प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और निर्माण कार्य में किसी भी लापरवाही की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के संबंध में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह घटना मानसून के मौसम में निर्माण गतिविधियों के दौरान सुरक्षा मानकों के कड़े पालन की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।