उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां द किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड में 30 दिनों में 35 लाख रुपये की कीमत की 1100 क्विंटल चीनी बंदरो के द्वारा खाए जानें का आरोप लगाया गया है. ऑडिट रिपोर्ट में इस मामला का उजागर हुआ है. मामले में प्रबंधक, लेखा अधिकारी सहित 6 को दोषी पाया गया है. वही मिल्स के स्टोर कीपर व अन्य कर्मचारी ऑडिट रिपोर्ट हवा हवाई को बता रहे हैं. 528 क्विंटल चीनी बंदरों के खान और बारिश के पानी से खराब होना बता रहे हैं. विगत 4 वर्षों से मिल्स के लिए मेंटेनेंस भत्ता नहीं मिला है और इसके लिए जिला प्रशासन को कई बार पत्र लिखा जा चुका है. जिला प्रशासन ने कोई समाधान नहीं कराया.
आपको बता दें कि मामले की रिपोर्ट गन्ना आयुक्त को भेजी गई. वही मिल्स के स्टोर कीपर व अन्य कर्मचारी ऑडिट रिपोर्ट को हवा हवाई बता रहे हैं. 528 क्विंटल चीनी बंदरों के खाने और बारिश के पानी से होना बता रहे हैं. चीनी मिल के स्टोर कीपर ने बताया कि ऑडिट टीम ने गेस्ट हाउस में बैठकर ही हवा हवाई ऑडिटिंग कर ली है. जितनी चीनी कम बताई जा रही है, उतनी मात्रा में चीनी कम नहीं है. मिल के अंदर गोदामों के शटर टूटे हुए हैं. वहीं छत टूटी हुई है, छत में होकर पानी टपकता है.वही बंदरों द्वारा खानेऔर फैलने पर गोदाम में चीनी फैली हुई है. छत में होकर बारिश का पानी नीचे आ जाता है. जिससे 538 क्विंटल चीनी कम हुई है. ऑडिट टीम द्वारा जो 1100 क्विंटल चीनी कम बताई जा रही है वह गलत है. गोदाम की बिल्डिंग खराब होने और मेंटेनेंस भत्ते के बारे में कई बार जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा समस्या का किसी प्रकार से समाधान नहीं कराया गया है. सिक्योरिटी गार्ड सहित अन्य कर्मचारियों ने बताया कि बंदरों का तो यहां काफी आतंक है और 2020 के बाद यहां चीनी उत्पादन नहीं हो रहा है.