सोनभद्र जिले की सदर कोतवाली पुलिस ने रुपये लेकर शादी कराने और फिर नकदी-गहने लेकर फरार होने वाली दुल्हन के गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में चार महिलाओं समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दुल्हन फरार है। पुलिस के मुताबिक सभी मिलकर अविवाहित लड़कों की शादी कराने का झांसा देकर पैसे ऐंठते थे और फिर शादी के बाद कीमती सामान लेकर भाग जाते थे। आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी
कई शहरों के लड़कों को बनाते थे शिकार
पुलिस लाइन सभागार में एएसपी कालू सिंह ने मीडिया को बताया कि पश्चिम यूपी, राजस्थान, हरियाणा सहित अन्य प्रांतों के अविवाहित लड़कों को शादी के नाम पर ठगने वाले गिरोह के बारे में काफी समय से शिकायत मिल रही थी। इसी संबंध में राजस्थान के बेरा पीपल गांव निवासी डुंगाराम ने पिछले दिनों कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर सात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी। इस बीच शनिवार को मुखबिर की सूचना पर चुर्क मोड़ के पास घेरेबंदी कर पुलिस ने चार महिलाओं समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उनकी पहचान रामपुर बरकोनिया के डोमरिया निवासी नीरज सिंह, सरोज, सिंगरौली के गढ़वा थाना क्षेत्र के लमसरई निवासी फूलगेना साकेत उर्फ रानी, गिरजा कुमारी साकेत, सीमा साकेत और चुर्क चौकी क्षेत्र के गीता यादव उर्फ शिवांगी यादव के रूप में हुई।
एएसपी ने बताया कि मामले में दुल्हन गोलू अभी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। इससे पूर्व में भी कुछ लोगों पर केस दर्ज किया गया है। दोनों मामले के आरोपियों का गैंग चार्ट तैयार कर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस टीम में एसआई विमलेश सिंह, चुर्क चौकी प्रभारी मनीष द्विवेदी आदि शामिल रहे।
यह था मामला
राजस्थान के बेरा पीपल गांव निवासी डुंगाराम ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि कुछ समय पूर्व उसकी पहचान कुशीनगर निवासी अमरनाथ यादव से हुई। उसके जरिए वह उसकी बहन गीता उर्फ शिवानी के संपर्क में आया। गीता ने उसे बताया कि उसके संपर्क में कुछ लोग हैं, जिनके माध्यम से वह डुंगाराम के अविवाहित रिश्तेदार जितेंद्र से करा देगी। कुछ दिन बाद गीता ने उसकी बात रामपुर बरकोनिया थाना क्षेत्र के डुमरियां निवासी नीरज सिंह व सरोज से कराई।
दोनों ने बताया कि उनके पास कुछ लड़कियां हैं। परिवार के लोग शादी का खर्च नहीं उठा पाएंगे, जिसे दूल्हे पक्ष को उठाना होगा। बात तय होने पर उन्होंने कुछ लड़कियों की तस्वीर भेजी। इसमें समिरहवा निवासी पूजा दुबे के साथ शादी की बात तय हुई।
नीरज और सरोज ने गहने और शादी का खर्च लेकर सोनभद्र बुलाया। गत 24 अप्रैल को दूल्हा जितेंद्र व तीन अन्य के साथ डुंगाराम रॉबर्ट्सगज पहुंचा। यहां उन्हें नगर के एक होटल में ठहराया गया। वहां से उसे लमसरइयां ले जाया गया।
शादी के खर्च के नाम पर उससे 40 हजार रुपये लिए गए। फिर पूजा की शादी जितेंद्र से कराई गई। विदाई का मौका आने पर दूल्हे व उसके साथ आए लोगों को धमकाया जाने लगा। गहन छिन लिए और फिर से 169000 रुपये खाते में लिया गया। किसी तरह भागकर जान बचाते हुए पीड़ितों ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी।