बिजली की नई दरों और पुरानी दरों में तुलना करके आप आसान भाषा में महंगी बिजली को समझ सकते हैं। जिन उपभोक्ताओं के पास एक किलोवाट का कनेक्शन है और महीने में उनकी बिजली खपत 100 यूनिट होती है, उनका बिजली बिल करीब 40 रुपये महंगा आएगा, जबकि एक किलोवाट वाले उपभोक्ताओं के 200 यूनिट खर्च करने पर बिजली बिल 75 रुपये माहवार ज्यादा आएगा।
ऐसे समझे गणित
अगर आपके पास एक किलोवाट का कनेक्शन है तो अभी तक आप इसके लिए 60 रुपये प्रति किलोवाट फिक्स चार्ज दे रहे थे, जो बढ़कर अब 75 रुपये हो गया है। इसी प्रकार अभी तक आप बिजली का दाम 3.15 रुपये प्रति यूनिट दे रहे थे जो बढ़कर 3.40 रुपये प्रति यूनिट हो गया है। यानी अब तक 100 यूनिट बिजली का बिल 375 रुपये आ रहा था, जो बढ़कर 415 रुपये हो गया है।
इसी प्रकार, अगर आप एक किलोवाट के कनेक्शन के साथ महीने में 200 यूनिट बिजली खर्च करते हैं तो अभी तक आपको 60 रुपये प्रति किलोवाट का फिक्स चार्ज देना होता था जो बढ़कर 75 रुपये हो गया है। बिजली के दाम आपको 4.60 रुपये प्रति यूनिट देने होते थे जो बढ़कर 4.90 रुपये प्रति यूनिट हो गए हैं। इस लिहाज से 200 यूनिट, एक किलोवाट का बिल पहले 980 रुपये आ रहा था जो कि अब बढ़कर 1055 रुपये हो गया है।
बिजली दरों पर एक नजर
खर्च की श्रेणी पहले दरें नई दरें
0-100 यूनिट 3.15 3.40
101-200 यूनिट 4.60 4.90
201-400 यूनिट 6.30 6.70
400 से ऊपर 6.95 7.35
एकल बिंदु थोक आपूर्ति 6.25 7.00
(नोट- विद्युत दरें रुपये प्रति यूनिट)
फिक्स चार्ज में ये हुआ बदलाव
किलोवाट पहले अब
1 60 75
1-4 70 85
4 से ऊपर 80 100
एकल बिंदु 100 120
(नोट- दरें प्रति किलोवाट प्रतिमाह)